जैसे कि आप सब जानते ही हैं की कंप्यूटर हमारे जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसे चलाने के लिए हमें दो मुख्य डिवाइस की जरुरत होती है |इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस (Input Device and Output Devices in Hindi). कंप्यूटर के माध्यम से हम अपने स्कूल, कॉलेजो या ऑफिस का काम करते हैं।
आप कही भी सरकारी या प्राइवेट कार्यालय में चले जाओ हर जगह आपको कंप्यूटर देखने को मिलेगा। अब के समय में कंप्यूटर कई अलग-अलग प्रकार के डिवाइस की मदद से काम करता है। इनमें से कुछ डिवाइस को Input Device और कुछ डिवाइस को Output Device कहा जाता है।
चलिए इन सभी Input Device and Output Device के बारे में विस्तार से उदाहरण के साथ पढ़ते हैं। आज हम सिर्फ इनपुट डिवाइस के बारे में पढ़ेगे | आउटपुट डिवाइस के बारे में इसके अगले ब्लॉग में बात करेगे शुरु से अंत तक जरुर पढ़े हर जानकारी आप के लिए उपयोगी हो सकती है |
इनपुट डिवाइस (Input Device)
किसी भी निर्देश एवं डाटा को कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के माध्यम से ही उपलब्ध कराया जाता है | इनपुट डिवाइसेस, वे हार्डवेयर डिवाइसेस होतीं हैं, जिनका प्रयोग कम्प्यूटर में डेटा इनपुट करने व निर्देशों (Instruction) को प्रदान करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर इन उपलब्ध निर्देशों को प्रोसेस करता है |
Input Device ऐसी Electronic Device होती है जिसके द्वारा हम डिवाइस में डेटा enter कर सकते हैं। यह Computer का एक Part है। हम जिस किसी भी Device के द्वारा कंप्यूटर या Personal कंप्यूटर में कुछ भी Input करते हैं, उसे Input device कहा जाता है।
Input Device के कुछ उदहारण हैं – Keyboard, Mouse, Scanner, Microphone, Light Pen
आदि |
इनपुट डिवाइस के प्रकार (Types of Input Device in Hindi)
आवश्यकता के आधार पर Computer के Input Device को दो भागों में बॉंटा जा सकता है-
- Manual Input Device
- Direct Input Device
Manual Input Device
यह कम्प्यूटर की मुख्य या प्राथमिक इनपुट डिवाइसेज (Manual or Primary Input Devices) होतीं हैं, इनके प्रयोग के बिना, हम कम्प्यूटर को सरलता से नहीं चला सकते या उसे ऑपरेट ही नहीं कर सकते। जैसे की-बोर्ड, माउस।
चूँकि एक कम्प्यूटर सिस्टम मूलत: Monitor, CPU, Keyboard व Mouse से मिलकर बना होता है, यदि कीबोर्ड और माउस जैसे- इनपुट उपकरण नहीं रहेंगे, तो कम्प्यूटर का संचालन संभव ही नहीं है। इसी कारण इसको प्राथमिक या मुख्य इनपुट डिवाइस कहा जाता है।
Direct Input Device
Direct Input Device के द्वारा Computer को निर्देश देने के लिए बाहरी मदद की आवश्यकता ज्यादा नहीं होती है। इन Device के जरिए डेटा सीधे Computer में Input होता है। जैसे; Bar Code Scanner, Optical Mark Reader, Biometric Scanner इत्यादि।
इनपुट डिवाइस के नाम उदाहरण सहित
- कीबोर्ड – Key Board
- माउस – Mouse
- स्कैनर – Scanner
- ट्रैक बाल – Track Ball
- जॉयस्टिक – Joystick
- लाइट पेन – Light Pen
- ओसीआर (ऑप्टिकल करैक्टर रीडर) – OCR (Optical Character Reader)
- माइक्रोफोन – Microphone
- बार कोड रीडर – Bar Code Reader
- वेब कैम – Webcam
- क्यूआर कोड रीडर – QR Code Reader
- बायोमेट्रिक सेंसर – Biometric Sensor
- एमआईसीआर (मैग्नेटिक इंक करैक्टर रीडर) – Magnetic Ink Character Reader
कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस – Input Device Name List in Hindi
कीबोर्ड – Key Board
कीबोर्ड का दूसरा नाम क्या है?
कीबोर्ड का दूसरा नाम या हिंदी नाम कुंजीपटल है। यह एक इनपुट डिवाइस है। टाइपराइटर को कुंजीपटल के पूर्वज के रूप में जाना जाता है। क्योंकि कीबोर्ड की बनावट लगभग टाइपराइटर जैसे है।
कीबोर्ड का आविष्कार सन 1868 को क्रिस्टोफर लाथम शोल्स ने किया था। की-बोर्ड की विशेषताए है – की इनमे वर्णमाला के सभी अक्षर, संख्याएँ और कुछ विशेष चिन्ह शामिल है | इसकी मदद से हम कुछ भी लिख सकते हैं।आप जो अभी पढ़ रहे हैं वो भी इसी के Keyboard से लिखा गया है।
जैसे की Email भेजना, Messages भेजना, Online Transfer करना, Online Shopping करना और अन्य कामों में हम इसे इस्तमाल करते हैं। इन सभी कामों में हमें Keyboard की जरुरत पड़ती है। एक कंप्यूटर में टाइपराइटर पर पाई जाने वाली सभी Keys और कुछ अतिरिक्त की Keys शामिल होती हैं।
आज के मॉडर्न कीबोर्ड में 104 Keys या 108 Keys उस से ज्यादा Keys पाए जाते है।
- यह एक टाइपराइटर कीपैड की तरह कम करता है | इसमें यह कंप्यूटर को एक इलेक्ट्रानिक इम्पल्स भेजता है, जो मानिटर पर एक करैक्टर प्रदर्शित करता है |
- कीपैड में शामिल है: अल्फाबेट्स, नंबर्स, स्पेसल करैक्टर, फंक्शनल की और क्वेरीटी कीबोर्ड |
- जब एक Key दबाई जाती है तब एक इलेक्ट्रॉनिक सिंगल उत्पन्न होता है (ASC11) जो कीबोर्ड एनकोडर नाम के इलेक्ट्रोनिक सर्किट द्वारा डिटेक्टर किया जाता है |
कीबोर्ड तीन प्रकार के होते है |
- QWERTY Keyboard
- AZERTY Keyboard
- DVORAK Keyboard
माउस – Mouse
यह एक डिवाइस है, जिसका उपयोग एक इनपुट डिवाइस की तरह कंप्यूटर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, इसे Pointing Device और Cursor Moving Device के नाम से भी जाना जाता है। एक Mouse में 2 या 3 Buttons हो सकते हैं।
जैसे की Left, Right और मध्य Button (Left Key, Right Key, Middle Key Roller). पहले Mouse का काम कीबोर्ड से होता था | ऑपरेटिंग सिस्टम CUI (कैरेक्टर यूजर इंटरफेस) के होते थे जैसे की MS-DOS, जो की कीबोर्ड पर कमांड देने पर काम करते थे |
उदहारण के लिए आपको कोई भी प्रोग्राम चलाना है, तो कीबोर्ड के कमांड से खुलता था लेकिन आज के सारे ऑपरेटिंग सिस्टम GUI (ग्राफिकल यूजर इंटरफेस) पर आधारित है। आप सिर्फ Mouse में क्लिक करते है और वो कंप्यूटर प्रोग्राम चालू हो जाता है।
स्कैनर – Scanner
Scanner का प्रयोग करके लिखित कागजात और तस्वीरों को Digital चित्र में परिवर्तित कर Memory में सुरक्षित रखा जा सकता है। Scanner के जरिये Documents को भी scan कर कंप्यूटर में स्टोर किया जा सकता है। इन Digital चित्र पर Computer द्वारा Processing भी किया जा सकता है। Processing मतलब Scan किए गए Document को Edit कर सकते हो।
एक स्कैनर का मूल कार्य डॉक्यूमेंट को डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित करना है। स्कैन किआ हुआ डॉक्यूमेंट डिजिटल फॉर्मेट बन जाने से कंप्यूटर पर देखा और एडिट किया जा सकता है।
ट्रैक बाल – Track Ball
ट्रैकबॉल कंप्यूटर की एक ऐसी इनपुट डिवाइस हैं | जिसका इस्तेमाल कर्सर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है | ट्रैकबॉल माउस की तरह की दिखने वाली एक डिवाइस हैं जिसके बीच में एक बॉल लगी रहती है, और बॉल के द्वारा कंप्यूटर स्क्रीन में कर्सर को नियंत्रित किया जा सकता है | Trackball को Keyboard के सामने टेबल मे रखकर उपयोग किया जाता है।
इसका इस्तेमाल कई स्थानो मे होता है। ट्रैकबॉल मे एक Ball साइड या बीच में होता है जो सभी दिशाओं में घूम सकता है। इस Ball को हाथ के अंगूठे और उंगलियों से घुमाकर स्क्रीन मे कर्सर को नियंत्रित किया जाता है।
जॉयस्टिक – Joystick
Joystick एक Input Device है। Trackball की तरह कार्य करता है। इसमें दो Ball होते हैं। Balls के साथ एक छड़ी लगा दी जाती है जिससे Ball को आसानी से घुमाया जा सकता है। इसका उपयोग Video Games खेलने, CAD Design व् Simulator प्रशिक्षण आदि में किया जाता है।
जब हम इसे Left में Move करते हैं तो अंदर से Right की और Move करता है। उपर वाला Ball Direction के लिए किया जाता है और अंदर का Ball, Socket में Move करता है।
जॉयस्टिक का उपयोग क्रेन, ट्रक, पानी के भीतर मानव रहित वाहन, व्हीलचेयर, निगरानी कैमरे और शून्य-मोड़ रेडियस लॉनमूवर जैसी मशीनों को कण्ट्रोल करने के लिए भी किया जाता है। मोबाइल फोन जैसे छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए छोटी उंगली से ऑपरेट करने के लिए जॉयस्टिक को इनपुट डिवाइस के रूप में अपनाया गया है।
लाइट पेन – Light Pen
इसका आकार पेन के जैसा होता है। यह एक Printing Device और Pointing Device है। इसकी सहायता से Computer Screen पर लिखा जा सकता है। चित्र बनाया जा सकता है, Bar Code को पढ़ा जा सकता है।
लाइट पेन CRT मॉनिटर के साथ अच्छी तरह से काम करता है क्योंकि इस तरह के CRT Monitor स्क्रीन को स्कैन करता हैं, जो एक समय में एक पिक्सेल होता है, इसलिए, लाइट पेन CRT Monitor के साथ अच्छी तरह से काम करता है।
कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस की जरूरत क्यों है?
एक कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस जरुरी चीज़ होती है, जैसे की आप बिना हाथ के खाना नहीं खा सकते, वैसे कंप्यूटर में भी बिना Input Device के संपर्क करने और नई इनफार्मेशन जोड़ने में असमर्थ होंगे । उदाहरण के लिए, यदि कंप्यूटर में कोई Input Device नहीं है, तो यह यूजर का कमांड लेने में असमर्थ होगा, जैसे की यूजर को ईमेल करना, लेटर टाइप करना, इंटरनेट चलना, कंप्यूटर की सेटिंग चेंज करना यह कुछ भी काम आप बिना Input Device के कर नहीं सकते। इसीलिए एक कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस होना जरुरी होता है।
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